मेरा उद्धारक जीवित है
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favourites by logging in to your account.
अय्यूब 19:25,26 मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी, मैं शरीर में हो कर ईश्वर का दर्शन पाऊंगा।
जब ऐसा महसूस होता है कि आपके आस-पास की हर चीज़ ढह रही है, जब आपकी परेशानियाँ और दर्द आपको डुबाने लगती हैं , जब कोई नहीं, यहाँ तक कि परमेश्वर भी आपकी तरफ नहीं लगता … तो आप क्या जवाब देंगे? आप क्या विश्वास करेंगे?
मुझे नहीं पता यदि आपने कभी पुराने नियम में अय्यूब की कहानी पड़ी है, लेकिन यह एक ऐसी कथा है जो मैं समय-समय पर पड़ता हूं, क्योंकि यह जीवन की वास्तविकताओं के बारे में एक मनोरंजक कहानी है।
अय्यूब अच्छे लोगों में से एक था , निर्दोष और ईमानदार, वह परमेश्वर से डरता था और बुराई से दूर रहता था (अय्यूब 1: 1)। और फिर भी ऐसे कारणों के लिए परमेश्वर, जो अय्यूब या हमारे लिए पूरी तरह से स्पष्ट नहीं होते, वह शैतान को उस पर हमला करने की अनुमति देता है, इतना अधिक हमला, कि वह जीवन के अलावा, सब कुछ खो देता है।
उसके दोस्त भी कोई मदद नहीं कर रहे थे । वे चारों ओर इकट्ठा होते हैं और उससे कहते हैं, “तुमने अवश्य परमेश्वर के लिए कुछ बुरा किया होगा तभी उसने तुम्हारे साथ यह किया ।” अगर उस जैसे दोस्त हों, तो दुश्मनों की ज़रूरत किसे है?
अय्यूब बार-बार परमेश्वर के सामने रोता है। “परमेश्वर, आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? यह उचित नहीं है। मैंने कुछ गलत नहीं किया। आप इसे कब तक चलने देंगे? ” शायद आप भी ऐसा सोचते हैं।
लेकिन उसके रोने के बीच में, अय्यूब इस निष्कर्ष पर आता है …
अय्यूब 19:25,26 मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी, मैं शरीर में हो कर ईश्वर का दर्शन पाऊंगा।
उसकी तमाम पीड़ाओं और परेशानियों के बीच, इस सबके बीच, अय्यूब जानता था कि परमेश्वर उसका उद्धारकर्ता है। परमेश्वर पर उसका भरोसा हिल नहीं रहा था। वह जानता था कि एक दिन, वह परमेश्वर को देखेगा। उसके लिए इतना ही काफी था।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज आपके लिए…