... helping you be all that God made you to be, because He plans on shining His light into this world through you.

Berni - ceo, Christianityworks

अत्यधिक हकदार व्यक्ति

We're glad you like it!

Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.

Register or Login

Add to Favourites

गलातियों 6:1-5 भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो। तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो। क्योंकि यदि कोई कुछ न होने पर भी अपने आप को कुछ समझता है, तो अपने आप को धोखा देता है।

Listen to the radio broadcast of

अत्यधिक हकदार व्यक्ति


Download audio file

हम अधिक से अधिक हकदारी के युग में जीते हैं। मैं इससे बेहतर के लायक हूं। मैं जो चाहता हूं उसे कहने और करने का हकदार हूं। उनकी हिम्मत कैसे हुई कि मुझे बताएं कि क्या करना है? और फिर भी आज़ादी से जीने के लिए हम सभी को जवाबदेह होने की ज़रूरत है। 

यह वास्तव में जीवन के महान विरोधाभासों में से एक है। एक ओर, हम सभी स्वतंत्र होना चाहते हैं । मेरा मतलब है, जब हम बड़े हो रहे थे तो हममें से किसने हमारे माता-पिता द्वारा निर्धारित सीमाओं से नाराज़ थे ? और फिर भी, अगर हम आज भी बच्चों की तरह व्यवहार करते हैं, तो हमारा जीवन कितना खराब होगा, क्यों है ना?

अब निश्चित रूप से, हमारे मानस पर अधिकार की बढ़ती भावना के साथ, कई उच्च हकदार व्यक्ति हैं, जो किसी भी प्रकार की जवाबदेही के खिलाफ हैं। और यह कहीं बाहर नहीं बल्कि यह परमेश्वर के लोगों के बीच भी हो रहा है। हम में से कोई भी इससे बचा हुआ नहीं है। बाइबल मे लिखा है । 

गलातियों 6:1-5 भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो।तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो।क्योंकि यदि कोई कुछ न होने पर भी अपने आप को कुछ समझता है, तो अपने आप को धोखा देता है।

उन तीन वचनों में बहुत कुछ है, लेकिन यहाँ परमेश्वर जो कह रहा है, उसका सर्वोपरि अर्थ यह है कि हम हकदार होने के लिए नहीं हैं। हम एक दूसरे के प्रति जवाबदेह होने के लिए हैं। यह पारस्परिक जवाबदेही का विचार है, और यह अविश्वसनीय रूप से ईश्वरीय बात है।

 खुद को मूर्ख मत बनाओ। हम में से कोई भी जवाबदेह होने के लिए बहुत महत्वपूर्ण, या बहुत हकदार नहीं है।

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज .आपके लिए..।


We use cookies to improve your browsing experience, analyse site traffic & personalise content, but we do not track you when you leave this site. To find out how we utilise & protect your data, check out our "Privacy Policy".

Privacy Policy

Sorry, no video available

Due to heavy rains that flooded our TV studio, there’s no video for today’s Fresh. Enjoy the audio & text and remember, there’s lots more in the Media Lounge. Thank you for your understanding.