... helping you be all that God made you to be, because He plans on shining His light into this world through you.

Berni - ceo, Christianityworks

सही प्रकार की आलोचना प्राप्त करना

We're glad you like it!

Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.

Register or Login

Add to Favourites

नीतिवचन 15:31 बुद्धिमानों में गिने जाने के लिए, आपको आलोचना को स्वीकार करना सीखना चाहिए।

Listen to the radio broadcast of

सही प्रकार की आलोचना प्राप्त करना


Download audio file

जैसा कि हमने कल देखा, आलोचना के दो समान और विपरीत रूप हैं जिनका हम अपने जीवन में सामना करते हैं। एक प्रकार जो हमें गिराने की कोशिश करता है, और दूसरा जो हमें बनाता है।

हां, ऐसे लोग हैं जो आपको हतोत्साहित करना चाहते हैं, आपको विलंबित करना चाहते हैं, आपको हराना चाहते हैं। वे आपके और मेरे जीवन में भी मौजूद हैं। और इनसे निपटने का सबसे अच्छा तरीका है विवेक। यदि आप किसी से सलाह नहीं लेते kक्योंकि आप उनके चरित्र या उनके दृष्टिकोण के बारे में जानते हैं, तो आप उनकी आलोचना क्यों स्वीकार करेंगे, है ना?

लेकिन कई बार, हमारी परवाह करने वाले लोगों द्वारा अच्छे इरादों के साथ आलोचना की जाती है, लेकिन कभी-कभी, वे इसे अच्छी तरह से नहीं दे पाते हैं। भले ही उनकी आलोचना न्यायपूर्ण लगे, या उनका समय ठीक न हो, या ऐसा लगता है जैसे वे हमारे रास्ते में बाधा डाल रहे हैं। कभी-कभी उनकी आवाज़ में स्वर मे  या उनके चेहरे पर ऐसे हाव भाव हों जो हमें किसी भी ज्ञान को स्वीकार करने से रोकते है जो उनके पास हमारे लिए हो । तो, क्या करना है, ?

नीतिवचन 15:31 बुद्धिमानों में गिने जाने के लिए, आपको आलोचना को स्वीकार करना सीखना चाहिए।

अंत मे यह हमारे मानने या न मानने पर है। यह नहीं है कि हम उनकी आलोचना को स्वीकार करना चाहते हैं या नहीं, या यह तथ्य कि यह हमारे गर्व की भावना को ठेस पहुंचाता है, या यह कि यह अच्छी तरह से नहीं दिया गया है। कभी-कभी आलोचना स्वीकार करने या न करने का महत्वपूर्ण प्रश्न यह है: क्या यह मददगार है? अगर मैं इसे सुनूं, तो क्या इससे सकारात्मक फर्क पड़ेगा?

आखिरकार, बुद्धिमानों में गिने जाने के लिए, आपको सही आलोचना को स्वीकार करना सीखना होगा।

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। ताजाआज …आपके लिए…आज।